
चारों तरफ नजर दौडता हू... जहां तक नजर जाती है लोगों का हूजूम... मेला लगा है खाने पीने के स्टाल है. अपनी मस्ती मे डूबे लोग. खुली धूप ठ्डी हवा ... मै भी ब्रेड आमलेट का आडर देकर कुर्सी पर पसर जाता हू. बेटा कब का भीड मे गायब हो गया है. अब वो इतना बडा हो गया है की उसके खोने का डर नही है. मालूम है थोडी देर मे मस्ती कर के खुद ही हमे डूडता हुआ वापस आ जायेग. हां बीबी थोडी परेशान है....उसके लिये अभी भी वो बच्चा है.
ब्रेड की पहली बाइट लेते ही मेरी नजर दो तीन लोगों पर पडी हाथों मे पोस्टर पकडे हुये...ओह YHAI द्वारा आयोजित पर्यावरण जागरूकता अभियान मे लगे वोलेंटीयर. देखकर अच्छा लगा. उनके मोजूदगी का असर साफ है. ना तो यहां वहां बिख्ररे पोलिथीन के टुकडे है और ना ही गंदगी, हर दुकानदार का अपना अपना ड्स्ट्बिन. काश एसी जागरूकता हम सभी सार्वजनिक जगहों पर दिखाते.
No comments:
Post a Comment