tag:blogger.com,1999:blog-2734901781250201091.post2981261162845433470..comments2023-06-19T03:56:10.641-07:00Comments on webमंथन: बिगडते पर्यावरण पर घडियाली आंसू दुर्वेशhttp://www.blogger.com/profile/07609263535557119808noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2734901781250201091.post-74054440673790620882013-06-06T01:01:36.190-07:002013-06-06T01:01:36.190-07:00दरअसल पूंजीवाद की भोगवादिता से हटने की बात करना जि...दरअसल पूंजीवाद की भोगवादिता से हटने की बात करना जितना आसान है उससे कहीं अधिक कठिन उस पर अमल करता है ! कथनी और करनी में फर्क तो मानव स्वभाव का स्थाई अंग है; पर्यावरण की बात करने वालों ने खुद कौन सी ऊर्जा-खाऊ सुविधाएं त्याग दी हैं ?) – जोशी<br /><br />Anonymousnoreply@blogger.com